हम सभी ने हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के अस्वीकार होने के बारे में डराने वाली बातें सुनी हैं. ये कहानियां हमारे मन में डर पैदा करती हैं. अगर हमें कोई सर्जरी करवानी हो और हमारी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी हमारे क्लेम को अस्वीकार कर दे, तो क्या होगा? या इससे भी अधिक बुरा सोचें कि, अगर हमारे परिवार के सदस्यों को मेडिकल केयर की आवश्यकता हो और हमारा क्लेम अस्वीकृत हो जाए, तो क्या होगा?
ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के अस्वीकार होने से बचने के लिए इन 5 आसान तरीके को अपनाएं.
1.अपनी पॉलिसी के बारे में जानें
अधिकांश मामलों में, कस्टमर पॉलिसी के इनक्लूज़न और एक्सक्लूज़न के बारे में अनजान होते हैं और इसलिए कवरेज को सही से नहीं समझ पाते हैं. पॉलिसी में प्रतीक्षा अवधि, को-इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस से संबंधित कई शब्दावली और अन्य परिभाषाएं दिए गए होते हैं. इसलिए सलाह दी जाती हैं कि व्यक्ति पूरा समय लें और पॉलिसी के नियम और शर्तों को अच्छी तरह से पढ़ें. कस्टमर को यह काम लुक-इन पीरियड के दौरान करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पॉलिसी उनकी अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को पूरा करती है. हमेशा इंश्योरेंस कंपनी के कस्टमर केयर से बेझिझक होकर अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त करें.
2.अपना प्रपोज़ल फॉर्म खुद से भरें
हम कभी-कभी आलस में आकर अपने प्रपोज़ल फॉर्म को किसी और को विवरण भरने के लिए दे देते हैं. इससे फॉर्म भरने में गलतियां हो सकती हैं और यह क्लेम अस्वीकृत होने का कारण बन सकता है. इंश्योरेंस कंपनी को जमा करने से पहले आपको फॉर्म में भरे गए विवरण को भी चेक करना चाहिए.
3.इंश्योरर को सही जानकारी प्रदान करें
आपको हमेशा अपनी उम्र, व्यवसाय, आय और अपनी मेडिकल हिस्ट्री के संदर्भ में पहले से मौजूद बीमारियों आदि के बारे में सही जानकारी प्रदान करनी चाहिए, क्योंकि प्रत्येक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी, पॉलिसीधारक द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार व्यक्तिगत रूप से तैयार की जाती है. अक्सर, जानकारी का खुलासा न करने या गलत तरीके से व्याख्या करने के कारण हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम अस्वीकार कर दिए जाते हैं. इसलिए भविष्य में क्लेम सेटलमेंट के दौरान किसी भी परेशानी से बचने के लिए सटीक और सही जानकारी प्रदान करना आवश्यक है.
4.ऐड-ऑन कवर प्राप्त करें
थोड़े पैसे बचाने के लिए केवल बेसिक कवर का विकल्प चुनने के बारे में न सोचें. ऐड-ऑन कवर आपको अतिरिक्त लाभ देने का वादा करते हैं, जो बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के कवरेज में शामिल नहीं होते हैं. फिजियोथेरेपी खर्च, डे केयर प्रोसीज़र और एयर एम्बुलेंस के खर्च कुछ ऐसे खर्च हैं, जो ऐड-ऑन कवर के तहत आते हैं.
5.अपने इलाज के लिए नेटवर्क हॉस्पिटल्स का विकल्प चुनें
इंश्योरेंस कंपनियां कई हॉस्पिटल्स के साथ भागीदारी करती हैं, ताकि कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के माध्यम से सुविधाजनक भुगतान विकल्प प्रदान कर सकें. जब तक आवश्यक न हो, आपको हमेशा उन नेटवर्क हॉस्पिटल की सेवाओं का लाभ लेने की कोशिश करनी चाहिए, जिसके साथ आपकी इंश्योरेंस कंपनी ने टाई-अप किया है. इससे क्लेम प्रोसेस तेज़ करने में मदद मिलेगी और क्लेम अस्वीकार होने की संभावनाएं काफी कम हो जाएगी.
क्लेम सेटलमेंट एक प्रमुख पहलू है, जिसका कोई व्यक्ति हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय ध्यान रखता है और हम आप सभी के लिए आसान क्लेम सेटलमेंट प्रदान करने का प्रयास करते हैं! जानें कि हमारे पास कौन से हेल्थ इंश्योरेंस प्लान उपलब्ध है!
कृपया अपना जवाब दें