सही इंश्योरेंस कंपनी चुनने का महत्व
क्या आपने कभी सोचा है कि हम इंश्योरेंस क्यों खरीदते हैं?? हम इंश्योरेंस इसलिए खरीदते हैं कि किसी अनचाही स्थिति में इंश्योरेंस कंपनी हमारे साथ खड़ी रहे और बिना किसी परेशानी के फाइनेंशियल नुकसान की क्षतिपूर्ति करने में हमारी मदद करे. इंश्योरेंस कंपनी आपके द्वारा समय पर भुगतान की जाने वाली प्रीमियम राशि के बदले कवर प्रदान करती है. ये सब जानने के बाद, आपको मानना पड़ेगा कि इंश्योरेंस कंपनी की भूमिका महत्वपूर्ण है. आइए, हम निम्नलिखित चीज़ों के बारे में जानते हैं, जिन्हें भारत में इंश्योरेंस कंपनी चुनते समय कस्टमर द्वारा ध्यान में रखा जाना चाहिए. इंश्योरर की फाइनेंशियल क्षमता जानने का यह एक आसान सा तरीका है.- सॉल्वेंसी रेशियो:
इंश्योरेंस कंपनी की उसकी देयताओं को पूरा करने की क्षमता और किए गए वादों को पूरा करने की क्षमता ही सॉल्वेंसी रेशियो है. सॉल्वेंसी रेशियो, यह जानने का आसान तरीका है कि इंश्योरर फाइनेंशियल रूप से कितना अच्छा है या कितना खराब है. इसलिए ऐसी इंश्योरेंस कंपनी जिसका सबसे अधिक सॉल्वेंसी रेशियो है, वह मार्केट में सबसे अच्छी इंश्योरर होती है और क्लेम का भुगतान करने की उसकी क्षमता भी अधिक होती है. मौजूदा समय में भारतीय मार्केट में ऐसी इंश्योरेंस कंपनियां भी हैं, जिनका सॉल्वेंसी रेशियो 100% से नीचे है, जो 150% के नियामक मानदंड को पूरा नहीं करता. तो, क्या आपको लगता है कि ऐसी कंपनियां आपके क्लेम का भुगतान कर पाएंगी?
- क्लेम सेटलमेंट रेशियो:
क्लेम सेटलमेंट रेशियो (सीएसआर), दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, जिसे ध्यान में रखा जाना चाहिए. क्लेम सेटलमेंट रेशियो, प्राप्त होने वाले कुल क्लेम में से इंश्योरेंस कंपनी द्वारा सेटल किए गए क्लेम का प्रतिशत है. कंपनी के क्लेम सेटलमेंट रेशियो से इंश्योरर की विश्वसनीयता और क्लेम भुगतान विवरण की जानकारी मिलती है. सीधा सा नियम है, क्लेम सेटलमेंट रेशियो जितना अधिक होगा, इंश्योरेंस कंपनी को क्लेम सेटलमेंट करने के लिए उतना ही अधिक विश्वसनीय माना जाएगा इंश्योरेंस क्लेम.
- एनपीएस स्कोर:
नेट प्रमोटर स्कोर से पता चलता है कि कस्टमर इंश्योरेंस कंपनी के बारे में क्या कहता है. किसी इंश्योरेंस कंपनी के 100 कस्टमर में से कितने प्रतिशत कस्टमर, अपने दोस्तों या अन्य लोगों को उसी इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी लेने का सुझाव देते हैं, यही एनपीएस है. इंश्योरर के 70% से अधिक के किसी भी स्कोर को अच्छा माना जाता है, जिसका मतलब है कि उस इंश्योरर से पॉलिसी लेने के लिए मना करने वाले लोगों के मुकाबले उस इंश्योरर से पॉलिसी लेने का सुझाव देने वाले लोगों की संख्या अधिक है.
- कीमत:
इंश्योरेंस मार्केट पर अधिकार स्थापित करने की कोशिश में कुछ इंश्योरेंस कंपनियां काफी कम प्रीमियम लेती हैं. इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय हम अक्सर इंश्योरेंस प्रीमियम के बारे में सोचते हैं, लेकिन हमें केवल इसके आधार पर ही पॉलिसी नहीं खरीदनी चाहिए. तो ऐसा सस्ता इंश्योरेंस प्रॉडक्ट लेने का क्या लाभ, जो आपके तब काम ना सके, जब आपको उसकी सबसे अधिक आवश्यकता हो.
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