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Breast Cancer
8 जनवरी, 2023

कैंसर पेशेंट के लिए सबसे बेहतर हेल्थ इंश्योरेंस कैसे चुनें?

कैंसर, यह नाम सुनते ही शरीर में सिहरन दौड़ जाती है. किसी को कैंसर होने की खबर हमेशा दुख देती है, फिर चाहे वह आपका करीबी रिश्तेदार हो या कोई दोस्त. भारत में इस रोग के आंकड़े डरावने होते जा रहे हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की एक रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2025 तक यह आंकड़ा 15 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है. यानी वर्ष 2020 के अनुमानित आंकड़ों से 12% अधिक. लोगों में कैंसर के मामले बढ़ने की ऐसी डरावनी दर को देखते हुए, आपके पास कैंसर इंश्योरेंस कवर होना ज़रूरी है.

कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी क्या है?

कैंसर इंश्योरेंस, विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस which provides a lumpsum pay-out on the diagnosis of this illness. Cancer insurance plans provide coverage for a range of costs associated with the treatment like hospitalisation, radiation, chemotherapy, surgery and more. With a cancer policy, you can have not only financial, but also mental security since these policies cover the ailment at both early and advanced stages. The pay-out in some cancer insurance plans are paid in based on severity of the diseases in lump sum. This is subject to the terms of your हेल्थ इंश्योरेंस कवर.

भारत में कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी किस-किस प्रकार के कैंसर कवर करती हैं?

भारत में कैंसर इंश्योरेंस कवरेज आम तौर पर प्रमुख प्रकार के कैंसर को कवर करती है, जैसे:
  • ब्रेस्ट कैंसर
  • फ़ेफ़ड़ों का कैंसर
  • प्रोस्टेट कैंसर
  • ओवेरियन कैंसर
  • बड़ी आंत का कैंसर
कुछ प्लान अन्य प्रकार के कैंसर जैसे मूत्राशय कैंसर और अग्न्याशय कैंसर को भी कवर करते हैं.

कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी क्या-क्या लाभ देती हैं?

कैंसर कवर के साथ हेल्थ इंश्योरेंस कई लाभ प्रदान करता है, जो व्यक्तियों को कैंसर की बीमारी होने पर फाइनेंशियल बोझ को मैनेज करने में मदद कर सकता है. यहां कैंसर इंश्योरेंस के लाभ दिए गए हैं:
  1. कैंसर के उपचार, जिसमें कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और सर्जरी शामिल हैं, से संंबंधित खर्चों की कवरेज *
  2. हॉस्पिटलाइज़ेशन और मेडिकल टेस्ट की कवरेज *
  3. उपचार और रिकवरी के दौरान हुए आय के नुकसान को कवर करने में मदद के लिए इनकम रिप्लेसमेंट या डिसेबिलिटी कवरेज *
  4. भावनात्मक सहायता के लिए परामर्श सेवाओं या सहायता समूहों तक पहुंच *
  5. कैंसर का शुरुआत में ही पता लगाने के लिए एकमुश्त भुगतान *
  6. अधिक चौतरफा कवरेज के लिए अधिक सम एश्योर्ड चुनने का विकल्प *
  7. अपनी सुविधा से पॉलिसी की अवधि और प्रीमियम भुगतान की बारंबारता चुनने का विकल्प
कैंसर से संबंधित खर्चों और सहायता सेवाओं के लिए व्यापक कवरेज प्रदान करके, कैंसर कवर के साथ हेल्थ इंश्योरेंस कैंसर डायग्नोसिस के साथ होने वाले फाइनेंशियल और भावनात्मक परेशानियों को कम करने में मदद कर सकता है.

कैंसर इंश्योरेंस कवर क्यों ज़रूरी है?

कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी की आवश्यकता को बताने वाले कुछ कारण यहां दिए गए हैं:

कैंसर का उपचार महंगा होता है:

कैंसर का उपचार महंगा होता है, और हो सकता है कि साधारण इंश्योरेंस कवरेज इतनी न हो कि वह इससे जुड़ी सभी लागतों को कवर कर पाए. कैंसर इंश्योरेंस कवर मेडिकल खर्चों, जिनमें हॉस्पिटलाइज़ेशन, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और सर्जरी शामिल हैं, के लिए कवरेज देकर इस कमी को दूर करने में मदद दे सकता है. *

फाइनेंशियल सुरक्षा:

कैंसर डायग्नोसिस के फलस्वरूप लोगों और उनके परिजनों के कंधों पर भारी फाइनेंशियल बोझ आ सकता है. कैंसर इंश्योरेंस कवरेज कैंसर उपचार के खर्चों और दूसरे खर्चों जैसे इनकम की हानि और ट्रांसपोर्टेशन लागतों आदि को कवर करके फाइनेंशियल सुरक्षा दे सकती है.

शुरुआत में ही पता चल जाना:

कैंसर का पता शुरुआत में ही चल जाए तो उपचार के परिणाम कहीं बेहतर हो सकते हैं. कुछ कैंसर इंश्योरेंस कवर कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए कवरेज देते हैं, जिनसे कैंसर की पहचान शुरुआती स्टेज में ही हो जाने में मदद मिल सकती है.

मन की शांति:

अगर आपको पता हो कि आपके पास कैंसर इंश्योरेंस कवरेज है, तो आपको मन की शांति मिलेगी और कैंसर डायग्नोसिस से जुड़ा तनाव कम होगा. यह कैंसर की डायग्नोसिस के साथ आने वाली कुछ फाइनेंशियल चिंताओं को कम करने में भी मदद दे सकता है.

मौजूदा इंश्योरेंस का पूरक:

कैंसर इंश्योरेंस, कैंसर के उपचार के लिए विशेष अतिरिक्त लाभ देकर आपकी मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज का पूरक बन सकता है. यह आपके ऐसे खर्चों के लिए भी कवरेज दे सकता है जो आम तौर पर कवर नहीं किए जाते हैं हेल्थ इंश्योरेंस सारांश, कैंसर कवर पॉलिसी फाइनेंशियल सुरक्षा और मन की शांति प्रदान कर सकती है, साथ ही मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज को और बेहतर बना सकती है.

यहां हम बता रहे हैं कि आप कैंसर रोगियों के लिए सर्वश्रेष्ठ हेल्थ इंश्योरेंस कैसे ले सकते हैं

नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं:

The earlier the ailment is detected, the higher are its chances of being treated is what the experts suggests. Hence, regular and periodic health check-up will help in early diagnosis. Further, doctors recommended gender specific tests for females like mammography, pap smear and ultrasound for women above the age of 40. For males above 55 years, ultrasound tests can help in early detection. Since health check-ups is essential for detection, it is advisable to buy a cancer insurance in India that supports these check-ups.

सही इंश्योरेंस पॉलिसी चुनें:

When it comes to picking a cancer insurance plan among the myriad options, it is essential to buy a policy with adequate sum insured. Since the treatment costs are exorbitant, a sum insured that will be able to cover for these high treatment costs is essential. Generally, a cancer insurance with at least 1.25 times the average treatment cost in your city of residence is necessary, depending on several other factors. This way, you can keep up with the rising medical inflation as well as plan for the future. For family floater policies, makes sure to take a higher amount of cancer insurance coverage since it is shared by many beneficiaries at once.

को-पेमेंट क्लॉज़ चेक करें:

को-पेमेंट क्लॉज़ के तहत पॉलिसीधारक को, यानी आपको, उपचार की लागत का एक हिस्सा चुकाना होता है और बाकी हिस्सा आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी कवर करती है. को-पेमेंट क्लॉज़ से प्रीमियम घटाने में मदद मिलती है, पर विशेष रूप से कैंसर इंश्योरेंस के लिए चुनी गई पॉलिसी के मामले में हम इसकी सलाह नहीं देते क्योंकि इसे चुनने पर हो सकता है कि आपको अपनी जेब से भारी खर्च करना पड़ जाए.

प्रतीक्षा अवधियों की तुलना करें:

Another critical factor to consider when getting a cancer insurance coverage is the waiting period for the policy. Different health insurance plans have different waiting periods and should be a consideration at the time of purchase. A longer waiting period will mean more time until your insurance coverage kicks in for these ailments. These are some crucial elements in a cancer insurance policy. A thorough analysis of the insurance company’s offering will help in selecting the right cancer insurance in India. Further, it is essential to buy such cancer insurance if the risk of cancer runs in your family. This way, you can have a financial backup in case it ever takes you down. Lastly, do not that this cancer insurance policy does not replace your standard health insurance policy, but instead is a supplementary plan for specific ailment. Insurance is the subject matter of solicitation. For more details on benefits, exclusions, limitations, terms and conditions, please read sales brochure/policy wording carefully before concluding a sale.

कैंसर इंश्योरेंस कवर से संबंधित एक्सक्लूज़न क्या हैं?

While health insurance with cancer coverage can provide valuable coverage for individuals facing a cancer diagnosis, it's important to note that there may be exclusions associated with these plans. Here are some common exclusions to keep in mind when considering a cancer insurance cover:

पहले से मौजूद बीमारियां:

कई कैंसर इंश्योरेंस प्लान पहले से मौजूद रोगों के लिए कवरेज नहीं देते हैं. इसका मतलब यह है कि अगर आपमें कैंसर पहले ही डायग्नोस हो चुका है या आपने पहले कभी कैंसर का उपचार करवाया है तो आपको कवरेज नहीं मिलेगी.

ऐसे उपचार जो कैंसर से संबंधित नहीं हैं:

कैंसर इंश्योरेंस कवरेज में आम तौर पर केवल कैंसर से संबंधित उपचार जैसे कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और सर्जरी को कवर किया जाता है. दूसरे मेडिकल उपचार जैसे दांत या आंख संबंधी उपचार कवर नहीं किए जाते हैं.

प्रायोगिक उपचार:

कुछ कैंसर इंश्योरेंस प्लान प्रायोगिक उपचारों या क्लिनिकल ट्रायल के लिए कवरेज नहीं देते हैं.

लेट-स्टेज कैंसर:

प्लान के आधार पर, लेट-स्टेज कैंसर की डायग्नोसिस वाले लोगों के लिए कवरेज सीमित हो सकती है. इसका मतलब यह है कि अगर आपको एडवांस्ड-स्टेज कैंसर होता है, तो आपको पूरी कवरेज नहीं मिलेगी.

अन्यबहिष्करण:

यह भी हो सकता है कि कैंसर इंश्योरेंस प्लान में कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे स्किन कैंसर, के लिए कवरेज न हो. क्या-क्या कवर होता है और क्या-क्या नहीं यह समझने के लिए, किसी भी कैंसर इंश्योरेंस कवर को खरीदने से पहले उसके नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ना और समझना ज़रूरी है. जबकि हेल्थ इंश्योरेंस के साथ कैंसर कवर पर्याप्त कवरेज दे सकता है, लेकिन साथ ही एक्सक्लूज़न के बारे में समझना ज़रूरी है, ताकि आगे चलकर आप आश्चर्यजनक बातों या अप्रत्याशित खर्चों से बच सकें.

कैंसर इंश्योरेंस के क्लेम और भुगतान का प्रोसेस क्या है?

यहां हम क्लेम और भुगतान प्रोसेस के बारे में चरणबद्ध तरीके से बता रहे हैं, अगर आपके पास है कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी:

क्लेम सबमिट करना:

क्लेम प्रोसेस शुरू करने के लिए आपको अपनी इंश्योरेंस कंपनी के पास क्लेम फॉर्म सबमिट करना होगा. क्लेम फॉर्म के लिए आम तौर पर आपकी डायग्नोसिस, उपचार योजना और हेल्थकेयर प्रोवाइडर के विवरण आदि जानकारी की ज़रूरत पड़ेगी. कुछ प्लान में यह शर्त होती है कि व्यक्ति कैंसर की डायग्नोसिस के बाद कम से कम एक तय अवधि तक जीवित रहे, उसके बाद ही क्लेम किया जा सकता है; इस अवधि को सर्वाइवल पीरियड कहते हैं.

क्लेम का रिव्यू:

क्लेम सबमिट होने के बाद, इंश्योरेंस कंपनी यह रिव्यू करती है कि क्या वह क्लेम, प्लान के तहत कवरेज की शर्तों को पूरा करता है. 

क्लेम अप्रूवल:

अगर क्लेम अप्रूव हो जाता है, तो इंश्योरेंस कंपनी प्लान की खरीद के समय तय हुई राशि का भुगतान करेगी. 

समय पर क्लेम सबमिट करना:

कवरेज में किसी भी देरी या इंकार से बचने के लिए समय पर क्लेम सबमिट करना महत्वपूर्ण है. ध्यान रहे कि आप कैंसर के उपचार और क्लेम से संबंधित सभी डॉक्यूमेंट की कॉपी संभालकर रखें. नियमित हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के विपरीत, गंभीर बीमारियों के लिए क्लेम प्रोसेस थोड़ा अलग हो सकता है. पॉलिसी प्रपोजल फॉर्म पर हस्ताक्षर करने से पहले क्लेम प्रोसेस ज़रूर जान लें.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

  1. क्या कैंसर इंश्योरेंस कीमोथेरेपी को कवर करता है?

हां, कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी आमतौर पर कीमोथेरेपी को कवर करती है, क्योंकि यह कैंसर के लिए एक सामान्य उपचार है. *
  1. क्या कैंसर का उपचार करवाने के बाद कैंसर इंश्योरेंस खरीदा जा सकता है?

आम तौर पर नहीं। कैंसर इंश्योरेंस को कैंसर उपचार की लागत को कवर करने हेतु डायग्नोसिस से पहले खरीदने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इसलिए यह आम तौर पर उन लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है जो पहले ही उपचार करा चुके हैं.
  1. क्या कैंसर इंश्योरेंस रेडिएशन थेरेपी को कवर करता है?

हां, कैंसर इंश्योरेंस आम तौर पर रेडिएशन थेरेपी को कवर करता है क्योंकि यह भी कैंसर का एक आम उपचार है. *
  1. अगर मुझे कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले कैंसर हुआ हो, तो क्या यह मेरे उपचार को कवर करेगा?

नहीं, कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी पहले से मौजूद रोगों को आम तौर पर कवर नहीं करती है.
  1. कैंसर इंश्योरेंस कौन खरीद सकता है?

भारत में कोई भी व्यक्ति कैंसर रोगियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकता है, हालांकि इसके लिए अक्सर उन लोगों को सलाह दी जाती है, जिन्हें कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है, जैसे धूम्रपान करने वाले लोग या जिनके परिवार में पहले किसी को कैंसर हुआ हो.
  1. कैंसर इंश्योरेंस खरीदने की ऊपरी आयु सीमा क्या है?

कैंसर इंश्योरेंस खरीदने की आयु सीमा अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों के मामले में अलग होती है, पर यह आम तौर पर 75 या 80 वर्ष तक की आयु के लोगों के लिए उपलब्ध होता है.
  1. कैंसर इंश्योरेंस की लागत क्या है?

कैंसर इंश्योरेंस की लागत आयु, स्वास्थ्य स्थिति और कवरेज राशि जैसी चीज़ों के आधार पर अलग-अलग होती है. आम तौर पर, कम आयु वाले स्वस्थ व्यक्तियों का प्रीमियम कम होता है और आयु बढ़ने के साथ-साथ या पहले से रोग मौजूद होने की स्थिति में प्रीमियम बढ़ जाता है. * * स्टैंडर्ड नियम व शर्तें लागू। इंश्योरेंस आग्रह की विषय-वस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.

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