मेडिकल एमरज़ेंसी, जीवन की कई अप्रत्याशित घटनाओं में से एक ऐसी अनिश्चितता है, जिसके लिए हमें तैयार रहने की आवश्यकता है. इसके लिए आपको सही इलाज उपलब्ध होने की जानकारी रखने के साथ-साथ ऐसे इलाजों के लिए फाइनेंशियल रूप से तैयार होना आवश्यक है. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ऐसा स्मार्ट तरीका है, जिससे आपको सही इलाज तो मिलेगा ही, साथ ही आपको इलाज के खर्चों के बारे में चिंता करने की भी कोई आवश्यकता नहीं है. क्या आप जानते हैं कि
भारत में हेल्थ इंश्योरेंस कैशलेस इलाज प्रदान करते हैं, जो ध्यान देने लायक बात है. इसमें न केवल ज़रूरत पड़ने पर आपको सही इलाज का लाभ मिलता है, बल्कि इसके लिए भुगतान भी नहीं करना पड़ता. इस इलाज का लाभ केवल नेटवर्क हॉस्पिटल में ही लिया जा सकता है. इस आर्टिकल से आप जान सकते हैं कि नेटवर्क हॉस्पिटल और नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल के बीच क्या अंतर होता है और इससे इंश्योरेंस क्लेम प्रोसेस कैसे प्रभावित होता है. अधिक जानकारी पाने के लिए आगे पढ़ें.
नेटवर्क हॉस्पिटल क्या हैं?
नेटवर्क हॉस्पिटल, ऐसी मेडिकल सुविधाएं हैं, जो इंश्योरेंस कंपनी से टाई-अप के माध्यम से जुड़ी होती हैं. इंश्योरर के साथ यह टाई-अप होने से पॉलिसीधारक को नेटवर्क हॉस्पिटल में तेज़ और कैशलेस इलाज का लाभ उठाने में मदद मिलती है. इस तरह, अगर नेटवर्क हॉस्पिटल में इलाज कराने का विकल्प चुना जाता है, तो कैशलेस इलाज पॉलिसीधारक को मिलने वाला सबसे बड़ा लाभ है. *
कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस क्या है?
कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस एक प्रोसेस है, जिसके तहत इलाज कराने के लिए न्यूनतम भुगतान करने की आवश्यकता होती है. इस न्यूनतम राशि का भुगतान आपको डिडक्टिबल के रूप में करना पड़ता है और इलाज में आने वाली अन्य लागतों को आमतौर पर इंश्योरर द्वारा कवर किया जाता है. अगर आप
कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस, का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि इलाज केवल नेटवर्क हॉस्पिटल में ही कराया जाए. इसके अलावा, कवर किए जाने वाले मेडिकल खर्च पॉलिसी के नियम और शर्तों के अनुसार होने चाहिए. *
नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल क्या हैं?
नेटवर्क हॉस्पिटल के विपरीत, नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल वह हॉस्पिटल है, जिसमें इंश्योरेंस कंपनी के साथ मेडिकल सुविधाओं के लिए कोई टाई-अप नहीं होता. इसलिए, ऐसे हॉस्पिटल में इलाज कराते समय पॉलिसीधारक को कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिलता है. अगर नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल में इलाज कराया जाता है, तो पॉलिसीधारक को क्लेम का भुगतान केवल रिइम्बर्समेंट के माध्यम से ही किया जाता है. *
रीइम्बर्समेंट क्लेम क्या है?
ऐसे क्लेम, जिनमें पॉलिसीधारक को पहले इलाज की लागत का भुगतान करना होता है और बाद में उसकी क्षतिपूर्ति इंश्योरर द्वारा कर दी जाती है, रीइम्बर्समेंट क्लेम कहलाते हैं. सत्यापन के लिए ऐसे क्लेम आवश्यक मेडिकल बिलों के साथ इंश्योरर के पास सबमिट किए जाते हैं. इंश्योरेंस कंपनी, इन मेडिकल खर्चों को इंश्योरेंस पॉलिसी की शर्तों के अनुसार सत्यापित करती है, जिसके बाद क्षतिपूर्ति का भुगतान कर दिया जाता है. *
इंश्योरेंस क्लेम पर प्रभाव
नेटवर्क हॉस्पिटल में क्लेम कैशलेस आधार पर किया जा सकता है, जिसमें आपको इलाज से जुड़ी अधिकांश लागतों का भुगतान करने के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है. प्लान किए गए मेडिकल प्रोसीज़र के मामले में, इंश्योरेंस कंपनी से अप्रूवल मांगा जाता है, जिसके बाद आपके इलाज की लागत इंश्योरेंस प्लान द्वारा कवर कर दी जाती है. एमरज़ेंसी इलाज के मामले में, हॉस्पिटल आपकी इंश्योरेंस कंपनी को इसकी सूचना देता है, जिसके बाद आपके इलाज के खर्च का भुगतान कर दिया जाता है. नेटवर्क हॉस्पिटल के क्लेम के विपरीत, नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल में कराए गए किसी भी इलाज के लिए, रीइम्बर्समेंट क्लेम फाइल करना आवश्यक है. सेटल किए जाने वाले क्लेम, आपके द्वारा इलाज के सबूत के तौर पर इंश्योरर को सबमिट किए गए मेडिकल बिल और उनके सत्यापन पर निर्भर करते हैं. इसके अलावा, रीइम्बर्समेंट क्लेम के पूरा होने में अधिक समय लगता है, क्योंकि मेडिकल बिलों के सत्यापन में समय लगता है, जो इंश्योरेंस कंपनी के लिए एक ज़रूरी प्रोसेस है. * * मानक नियम व शर्तें लागू. ऊपर बताए गए क्लेम प्रोसीज़र के अनुसार नेटवर्क हॉस्पिटल में इलाज का विकल्प चुनना सबसे अच्छा होगा, क्योंकि इससे आपको फाइनेंशियल परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता. ऐसे हॉस्पिटल का विस्तृत नेटवर्क
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्सलेने पर बहुत काम आता है, क्योंकि इसमें विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के इलाजों का लाभ उठाया जा सकता है. बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियमों और शर्तों के बारे में और जानकारी के लिए, कृपया खरीद पूरी करने से पहले बिक्री ब्रोशर/पॉलिसी वर्णन को ध्यान से पढ़ें.
कृपया अपना जवाब दें