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Health Blog
25 सितंबर 2024
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2022 के समय में, हेल्थकेयर पर आने वाला खर्च एक ऐसी चीज़ है, जो आसानी से आपकी जेब पर असर डाल सकता है, इसलिए आपके पास अवश्य ही हेल्थ इंश्योरेंस होना चाहिए, ताकि आप हमेशा कवर रह सकें. हेल्थ इंश्योरेंस एक फाइनेंशियल कवच की तरह काम करता है, जो फाइनेंशियल एमरज़ेंसी के समय आपको फाइनेंशियल तनाव नहीं होने देता. विभिन्न प्रकार के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में से, ग्रुप इंश्योरेंस कवर एक लोकप्रिय इंश्योरेंस प्लान है, जो अक्सर कॉर्पोरेट द्वारा अपने कर्मचारियों को प्रदान किया जाता है. ऑर्गेनाइज़ेशन द्वारा खरीदी गई मास्टर पॉलिसी उसके सभी पात्र कर्मचारियों को मामूली प्रीमियम पर एक इंश्योरेंस कवर प्रदान करती है, जिसका भुगतान आमतौर पर नियोक्ता द्वारा किया जाता है या इसका भुगतान कर्मचारी को करना पड़ता है. एक ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान सुनिश्चित करता है कि ऑर्गेनाइज़ेशन के कर्मचारियों को कवरेज मिले और साथ ही गैर-मौद्रिक लाभ प्रदान करने के लिए लाभों को विस्तारित करती हैं. लेकिन, ग्रुप इंश्योरेंस प्लान की लिमिट है, यह तब तक ही मान्य रहता है, जब तक कर्मचारी ऑर्गेनाइज़ेशन में काम करता है. जॉब स्विच करने या समाप्त होने पर इंश्योरेंस कवरेज भी समाप्त हो जाता है. यह आर्टिकल विभिन्न बातों के बारे में बताता है सामूहिक स्वास्थ्य बीमा और आपकी नौकरी को बदलने के साथ इसका संबंध. अधिक जानकारी पाने के लिए आगे पढ़ें.
भारत की कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान प्रदान करती हैं. ये प्लान आमतौर पर नियोक्ता की तरफ से प्रदान किए जाने की वजह से कम्प्रीहेंसिव और किफायती होते हैं. हालांकि, जब आप अपनी नौकरी छोड़ देते हैं, तो ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज आमतौर पर बंद हो जाता है. यहां हम कंपनी द्वारा प्रदान किया जाने वाला हेल्थ इंश्योरेंस, उनके महत्व और नौकरी बदलने से पहले ध्यान में रखने वाली बातों के बारे में चर्चा करेंगे.
एक सामान्य ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी का कवरेज आपकी जॉब के के अंतिम दिन समाप्त हो जाता है. लेकिन, कुछ ऐसी इंश्योरेंस कंपनियां हैं, जो पूरे प्रीमियम का भुगतान करके ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी को स्टैंडर्ड इंश्योरेंस प्लान में बदलने की अनुमति देती हैं. इस तरह, पॉलिसीधारक के रूप में, आपको कवरेज नहीं खोना पड़ता और आप मेडिकल एमरजेंसी के समय फाइनेंशियल जोखिम से सुरक्षित रहते हैं. नियामक, IRDAI, कर्मचारियों को आवश्यक कार्यवाही पूरी करने के बाद ग्रुप इंश्योरेंस प्लान को उसी इंश्योरेंस कंपनी की इंडिविजुअल पॉलिसी में बदलने की सुविधा देता है. अधिक जानकारी के लिए आप आईआरडीएआई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं. कहते हैं कि इस तरह के इंश्योरेंस कवर की शर्तों को निर्धारित करना इंश्योरेंस कंपनी का विवेकाधिकार पर निर्भर होता है. ध्यान रखें कि पॉलिसी बदलने का विकल्प कुछ ही इंश्योरेंस कंपनियां प्रदान करती हैं, सभी इंश्योरेंस कंपनियों नहीं. इसलिए, आपको अपने इंश्योरर से इसकी जानकारी लेनी होगी. अपने इंश्योरेंस कवरेज को बदलने के लिए आपको अधिक प्रीमियम का भुगतान करने के साथ-साथ दोबारा से मेडिकल चेकअप करवाने की भी आवश्यकता हो सकती है. * मानक नियम व शर्तें लागू
जॉब स्विच करते समय, आपके सामने दो विकल्प मौजूद होते हैं - पहले, अपनी इंश्योरेंस कवरेज को किसी इंडिविजुअल पॉलिसी में बदलना या दूसरा, नया इंश्योरेंस प्लान खरीदना. अगर आप पहले विकल्प का उपयोग करते हैं, तो आपको यह जानने की आवश्यकता होगी कि आपका इंश्योरर यह सुविधा प्रदान करता है या नहीं. वहीं दूसरी तरफ, अगर आप दूसरा विकल्प चुनते हैं, तो आपको सुनिश्चित रूप से मेडिकल कवरेज मिलता है. एक अलग पॉलिसी लेते समय, परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना, आपके लिए कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है, क्योंकि यह न केवल आपको, बल्कि आप पर आश्रित लोगों, जैसे- आपके माता-पिता, पति/पत्नी या बच्चों आदि को भी कवरेज प्रदान करता हैं. आपके इंश्योरर द्वारा प्रदान किए जाने वाले एड-ऑन राइडर का उपयोग करके, आप इस पॉलिसी को और बेहतर बना सकते हैं. लेकिन ऐड-ऑन अतिरिक्त इंश्योरेंस कवर हैं, जिनसे आपके प्रीमियम में बढ़ोत्तरी होती है. आप अपने अंतिम प्रीमियम के बारे में जानने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटरका भी उपयोग कर सकते हैं. * मानक नियम व शर्तें लागू, आपके जीवन के सभी प्रमुख निर्णयों की तरह, आपको हेल्थ इंश्योरेंस को गंभीरता से लेना होगा और अपने परिवार को ध्यान में रखते हुए पॉलिसी खरीदनी होगी मेडिकल हिस्ट्री. इस प्रोसेस में, ऐसा प्लान चुनें जो ऑफर करता हो हेल्थ इंश्योरेंस में आयुष ट्रीटमेंट अन्य लाभों के अलावा, वैकल्पिक उपचारों के लिए कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रभावी तरीका है. बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियमों और शर्तों के बारे में और जानकारी के लिए, कृपया खरीद पूरी करने से पहले बिक्री ब्रोशर/पॉलिसी वर्णन ध्यान से पढ़ें.
ऐसा दो संभावित तरीकों से किया जा सकता है:
आप नौकरी बदलने के दौरान अपने मौजूदा ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस को इंडिविजुअल प्लान में पोर्ट करने के बारे में सोच सकते हैं. इससे आपके मौजूदा कवरेज लाभ जारी रहेंगे और कवरेज में अंतराल भी नहीं आएगा.
अपनी पुरानी कवरेज समाप्त होने से पहले नई इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बारे में विचार करें. इससे आपकी कवरेज जारी रहती है और साथ ही आपको अपने प्लान को अपनी ज़रूरत के हिसाब से बदलने का मौका मिलता है.
अप्रत्याशित मेडिकल स्थितियां किसी भी समय पैदा हो सकती हैं और अपनी खुद की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आपके आवश्यक सुरक्षा कवच के रूप में काम करती है, खासतौर पर नौकरी बदलने के दौरान. यह सुनिश्चित करता है कि नौकरी बदलने के दौरान भी आपको हेल्थ इंश्योरेंस की निरंतर कवरेज मिलती रहे. यह निरंतर सुरक्षा मेडिकल आपातकालीन की स्थितियों को मैनेज करने के लिए ज़रूरी है, ताकि आपको अधिक फाइनेंशियल दबाव का सामना न करना पड़े. अपनी पॉलिसी के साथ, आपको मुश्किल के समय पर कवरेज खोने या उच्च मेडिकल बिल चुकाने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती. यह मन की शांति और फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करता है, ताकि आप अप्रत्याशित खर्चों की चिंता किए बिना अपने स्वास्थ्य और खुशहाली पर ध्यान दे सकें.
नौकरी बदलने से पहले हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में हमेशा निम्नलिखित कारकों को याद रखें: पोर्टेबिलिटी: अपने मौजूदा ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए पोर्टेबिलिटी प्रोसेस और समयसीमाओं को समझें. प्रतीक्षा अवधि:नए इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में पहले से मौजूद बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि हो सकती है. नई पॉलिसी चुनते समय इस पर ध्यान दें. देखभाल की निरंतरता: अगर आप इलाज करा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका नया प्लान आपके मौजूदा डॉक्टर नेटवर्क को कवर करता है या इलाज को जारी रखने की अनुमति देता है.
हां, आप अपने मौजूदा ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस को किसी अन्य इंश्योरर के साथ इंडिविजुअल हेल्थ प्लान में पोर्ट कर सकते हैं. इस प्रोसेस को पोर्टेबिलिटी कहा जाता है.
हां, जब तक आपका ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज ऐक्टिव है, तब तक अपनी नोटिस अवधि के दौरान हेल्थ इंश्योरेंस के लाभों को क्लेम किया जा सकता है.
हर स्थिति में पोर्टेबिलिटी करवाना संभव नहीं होता और कुछ इंश्योरर के पास पोर्ट करवाए गए प्लान में भी पहले से मौजूदा बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि हो सकती है.
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने आपके ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज समाप्त होने के बाद पोर्टेबिलिटी अनुरोध के लिए 45-दिन के ग्रेस पीरियड को अनिवार्य कर दिया है.
पोर्टेबिलिटी अनुरोध के लिए कोई विशिष्ट समय सीमा नहीं होती. हालांकि, यह सलाह दी जाती है कि अंतराल से बचने के लिए अपने ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस की कवरेज समाप्त होने से पहले इस प्रोसेस को शुरू कर लें. *मानक नियम व शर्तें लागू *बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें. इस पेज पर मौजूद कंटेंट सामान्य प्रकार के हैं और केवल सूचना प्रदान करने और व्याख्यात्मक उद्देश्यों के लिए साझा किए गए हैं. यह इंटरनेट पर मौजूद सामान्य स्रोतों पर आधारित है और इसमें बदलाव हो सकते हैं. कृपया कोई भी निर्णय लेने से पहले एक्सपर्ट से परामर्श करें.
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