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Eco Friendly Diwali Celebration
23 नवंबर, 2021

इको-फ्रेंडली दिवाली क्या है?

इको-फ्रेंडली दिवाली प्रकाश के इस त्योहार का जश्न मनाने का ऐसा तरीका है, जिसमें पर्यावरणीय स्थिरता को प्राथमिकता दी जाती है. इसमें प्रदूषण, अपशिष्ट और हानिकारक उत्सर्जन को कम करने वाले तरीकों को अपनाना शामिल है, जिससे पृथ्वी का सम्मान करने वाला एक आनंददायक अवसर सुनिश्चित होता है. पर्यावरण के प्रति सचेतन विकल्प चुनकर और उपभोग को कम करके, व्यक्ति हरित और स्वस्थ दिवाली में योगदान दे सकते हैं.

दिवाली को इको-फ्रेंडली ढंग से मनाना क्यों महत्वपूर्ण है?

इको-फ्रेंडली तरीके से दिवाली मनाना कई कारणों से महत्त्वपूर्ण है:

प्रदूषण कम होता है:

पारंपरिक दिवाली के उत्सव में अक्सर पटाखे जलाए जाते हैं, जो वायु प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. इको-फ्रेंडली पटाखे जलाकर या फिर पटाखे न जलाने का चुनाव करके प्रदूषण के स्तर को काफी कम किया जा सकता है और वायु की क्वालिटी में सुधार किया जा सकता है.

संसाधनों की बचत:

दिवाली के दौरान बिजली और डिस्पोजेबल सामग्री का अत्यधिक उपयोग करने से प्राकृतिक संसाधन खाली होते हैं. कम बिजली का प्रयोग करने वाली लाइटिंग का उपयोग करके और बार-बार उपयोग किए जाने वाले या रीसाइकल योग्य आइटम चुनकर, हम संसाधनों को संरक्षित कर सकते हैं और अपने इकोलॉजिकल फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं.

वन्य जीवन का रक्षण:

पटाखे से होने वाले ध्वनि प्रदूषण से वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास में बाधा पहुंचती है और जानवरों को परेशानी होती है. ध्वनि प्रदूषण को कम करके, हम प्राकृतिक वातावरण और इसके निवासियों की सुरक्षा कर सकते हैं.

सस्टेनेबल जीवन को प्रोत्साहन:

दिवाली को इको-फ्रेंडली तरीके से मनाने से सस्टेनेबल आदतों को प्रोत्साहन मिलता है और पर्यावरण पर हमारे प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ती है. इससे जिम्मेदारी की भावना बढ़ती है और लोग सचेत विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित होते हैं, जिससे खुद उन्हें और हमारी पृथ्वी दोनों को लाभ होता है.

सकारात्मक उदाहरण पेश होता है:

इको-फ्रेंडली दिवाली मनाने का विकल्प चुनकर, हम दूसरों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं. इससे हमारे दोस्त, परिवार और समाज के सदस्य अधिक सस्टेनेबल आदतों को अपनाने और हरित भविष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित हो सकते हैं.

इस वर्ष कैसे मनाएं इको-फ्रेंडली दिवाली?

दीपावली अपनों के साथ होने का उत्सव है. हालांकि, इस अच्छाई के साथ-साथ, ऐसी कुछ बुराइयां भी जुड़ गई हैं जो कुदरत को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जैसे वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और संसाधनों की बर्बादी. इस वर्ष, आइए हमारी धरती माता को प्रदूषण से बचाने में हम अपना योगदान देने का संकल्प लें! पर्यावरण पर बोझ डाले बिना उसी उत्साह से दीपावली मनाने के 06 तरीके इस प्रकार हैं.

1. अपने घर को जगमगाने के लिए सुंदर दीपकों का इस्तेमाल करें

बिजली महंगी है और बिजली का बिल आपकी जेब में छेद कर सकता है. बिजली की बजाए दीपकों से अपने घर को जगमगाकर देखें. दीपक पारंपरिक और जैविक होने के चलते दीपावली की भावना के करीब हैं और इससे कुम्हार परिवारों की भी मदद होगी.

2. कुछ हैंडमेड गिफ्ट करें

इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों और प्लास्टिक से बने गिफ्ट की आखिरी मंज़िल कूड़े का ढेर ही होता है. तो क्यों न आप कपड़े या जूट जैसे कुदरती मटीरियल से बना कोई पर्सनलाइज़्ड गिफ्ट चुनें? आपके प्रियजनों के लिए खास आपके हाथों से बने गिफ्ट की जगह दुनिया की कोई भी चीज़ नहीं ले सकती. उनके अचंभित और खुश चेहरे अभी से नज़र आने लगे न आपको? तो अभी काम में लग जाएं!

3. गिफ्ट अखबारों में रैप करें

प्लास्टिक की उन चमकदार पन्नियों को रीसायकल करना मुश्किल होता है. तो क्यों न आप अपने प्रियजनों को दिए जाने वाले गिफ्ट अखबारों में रैप करें? आप बच्चों के लिए अखबार का कॉमिक स्ट्रिप वाला हिस्सा इस्तेमाल कर सकते हैं. अपने करीबी लोगों के बीच ट्रेंड सेटर बनें और अपनी कल्पना शक्ति का इस्तेमाल करते हुए गिफ्ट अखबारों में रैप करें!

4. अपनी रंगोली बनाएं कुदरती चीज़ों से

रंगोली के केमिकल कलर को कहें न, कुदरत को कहें हां, और गुलाब, गेंदे और गुलदाउदी जैसे फूलों और पत्तियों से अपनी रंगोली बनाएं. आप रंगों के लिए हल्दी, कुमकुम और कॉफी पाउडर भी आज़मा सकते हैं. ये चीजें न केवल इको-फ्रेंडली हैं, बल्कि अगले दिन आपके आपके कंपोस्ट बिन में आसानी से ठिकाने भी लगाई जा सकती हैं.

5. अपनी पुरानी चीज़ें दान करें

अपनी अलमारी साफ करते समय पुरानी चीज़ें फेंकने की बजाए उन्हें दे दें जिनकी किस्मत आप सी नहीं है. वे चीज़ें फिर इस्तेमाल होने लगेंगी जिससे कचरा घटेगा. आप उन्हें कुछ पटाखे भी दे सकते हैं. उन्हें आपकी यह दरियादिली सच में अच्छी लगेगी और इससे उनके चेहरों पर मुस्कान आएगी!

6. इको-फ्रेंडली पटाखे चुनें

वैसे तो धमाके वाले पटाखों से पूरी तरह बचना चाहिए, पर बच्चों को मनाना थोड़ी टेढ़ी खीर है. ऐसे में यह करना सबसे अच्छा रहेगा कि इको-फ्रेंडली पटाखे खरीदें. उन्हें रीसायकल्ड पेपर से बनाया जाता है और वे कम प्रदूषण फैलाते हैं.

संक्षेप में

इको-फ्रेंडली तरीके से दिवाली मनाना न सिर्फ पर्यावरण के लिए लाभदायक है बल्कि त्योहार की भावना को भी समृद्ध करता है, जिससे यह पर्यावरण-अनुकूल दिवाली बन जाती है. सस्टेनेबल आदतों को अपनाकर और पर्यावरण-अनुकूल दिवाली मनाने के तरीकों को जानकर, हम दीवाली को आनंददायक और सार्थक बना सकते हैं, जिससे हमारी पृथ्वी का तो सम्मान होता ही है साथ ही हम भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक सकारात्मक विरासत छोड़कर जा सकते हैं. आइए हम सभी पर्यावरण-अनुकूलता के साथ दिवाली मनाने की प्रतिज्ञा लें और स्वस्थ और हरित दुनिया में योगदान दें.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

दिवाली समारोह के दौरान कचरे को कैसे कम किया जा सकता है?

कचरे को कम करें इसके लिए -ऐसी सजावट चुनें, जिसका उपयोग फिर से किया जा सके, सिंगल-यूज़ प्लास्टिक से बचें और जिन वस्तुओं की आपको ज़रूरत नहीं है, उन्हें डोनेट कर दें.

दिवाली की मिठाइयां और स्नैक्स इको-फ्रेंडली तरीके से कैसे बनाए जा सकते हैं?

ऑर्गेनिक सामग्री का उपयोग करें, पैकेजिंग को कम करें, और पारंपरिक रेसिपी के बारे में जानें, जो प्रोसेस किए गए पदार्थों की अपेक्षा प्राकृतिक पदार्थों को प्राथमिकता देती हो.

दिवाली के लिए कुछ ग्रीन गिफ्ट आइडिया क्या हैं?

भौतिक वस्तुओं के बजाय हैंडमेड वस्तुओं, इको-फ्रेंडली प्रॉडक्ट, जीवन में खुशियां लाने वाले अनुभव या चैरिटेबल डोनेशन का गिफ्ट देने पर विचार करें.

कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है कि दिवाली लाइटिंग पर्यावरण के अनुकूल है?

कम उर्जा खर्च करने वाली एलईडी लाइट और दिए व लालटेन जैसे प्राकृतिक लाइटिंग विकल्पों को चुनें.

दिवाली वेस्ट को प्रभावी रूप से कैसे मैनेज किया जा सकता है?

कचरे को ठीक से अलग करें, जब भी संभव हो तो रीसाइकिल और कम्पोस्ट करें, और कचरे को सार्वजनिक स्थानों पर फैलाने से बचें.

पर्यावरण के संरक्षण में इको-फ्रेंडली दिवाली की क्या भूमिका है?

इको-फ्रेंडली दिवाली प्रदूषण को कम करके, संसाधनों का संरक्षण करके और सस्टेनेबल आदतों को बढ़ावा देकर पर्यावरण के अनुकूल दिवाली की ओर ले जाती है. इससे एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत होता है और दूसरे भी पर्यावरण के प्रति सचेतन विकल्पों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं. *मानक नियम व शर्तें लागू *बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.

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  • Milind Kale - October 26, 2018 at 12:33 am

    Thank you for this nice Article 🙂

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