इन्वेस्टमेंट प्लानिंग करने से आपको अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है. लेकिन केवल सही इन्वेस्टमेंट के विकल्पों से ही आप अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को नहीं पा सकते, बल्कि आपको अपने जीवन में आने वाली हर परेशानी और नुकसान के लिए हमेशा तैयार रहना होगा. ये नुकसान और परेशानी ऐसे अचानक होने वाले खर्चों के रूप में हो सकती है, जिन्हें आसानी से टाला जा सकता था, जैसे मेडिकल एमरज़ेंसी. इन खर्चों को एकदम खत्म तो नहीं किया जा सकता, लेकिन अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने के लिए समझदारी से इन्वेस्ट करने पर इस तरह के खर्चों को संभालने में परेशानी नहीं होती है. इस वजह से,
हेल्थ इंश्योरेंस में आपको इन्वेस्ट करना चाहिए, क्योंकि यह इन्वेस्टमेंट के लिए एक आवश्यक प्लान है. जितना ज़रूरी एक सही इन्वेस्टमेंट विकल्प चुनना है, उतना ही ज़रूरी अचानक होने वाली मेडिकल एमरजेंसी के लिए प्लान बनाना है. सही हेल्थ इंश्योरेंस कवर के साथ, न केवल इलाज के खर्च को कम किया जा सकता है, बल्कि इससे जुड़े मानसिक तनाव को भी कम किया जा सकता है. एक ओर जहां मेडिकल साइंस ने जीवन की संभावनाओं को बढ़ा दिया है, वहीं दूसरी तरफ जीवनशैली में होते बदलाव की वजह से बहुत से लोग अब विभिन्न बीमारियों के लिए मेडिकल सुविधाओं पर भरोसा करने लगे हैं. इसके साथ ही, मेडिकल खर्चों की लगातार बढ़ती कीमतों के चलते केवल अपनी बचत से इन खर्चों को मैनेज करना मुश्किल हो गया है. हेल्थ इंश्योरेंस कवर का मुख्य उद्देश्य मेडिकल एमरज़ेंसी के समय आपको मदद पहुंचाना और आपकी इन्वेस्टमेंट को खर्च होने से बचाना है. इसलिए, आपकी इनकम का कितना हिस्सा आपको हेल्थ पॉलिसी में इन्वेस्ट करना चाहिए, इस सवाल का जवाब देना आसान नहीं है. हालांकि, अग्रणी फाइनेंशियल एक्सपर्ट आपकी मासिक आय के लगभग दो प्रतिशत से पांच प्रतिशत तक इन्वेस्ट करने की सलाह देते हैं
हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज.
उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी मासिक इनकम लगभग रु.80,000 प्रति माह है, तो आपके हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम रु.1,600 से रु.5,000 के बीच होना चाहिए. लेकिन ये आंकड़ें फिक्स नहीं हैं. यह आपके भविष्य के हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के अनुमान के आधार पर अलग-अलग हो सकता है. अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं जो पहली बार हेल्थ इंश्योरेंस ले रहे हैं, तो आपके लिए बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान, जैसे
आरोग्य संजीवनी पॉलिसी लें, जो फायदेमंद हो सकती है. इस पॉलिसी में किफायती प्रीमियम पर कई बीमारियों के लिए कम्प्रीहेंसिव कवरेज मिलता है, इसलिए यह विशेष रूप से नए खरीदारों के लिए उपयोगी हो सकती है. इसके कवरेज की राशि उम्र, पहले से मौजूद बीमारियां, मेडिकल हिस्ट्री आदि जैसे बहुत से कारकों पर निर्भर करती है. इसके अलावा, जीवन की स्थिति, निवास का शहर, आपके काम आदि कारकों के अलावा कुछ और कारकों पर भी ध्यान दिया जाता है. इसके अलावा केवल प्रीमियम ही वह चीज़ नहीं है, जिसके आधार पर आप पॉलिसी खरीदने का फैसला करें. ऊपर कई चीज़ों के बारे में बताया गया है, जिसके आधार पर आप तय कर सकते हैं कि आपको कितने हेल्थ इंश्योरेंस कवर की आवश्यकता होगी. ऐसी पॉलिसी के लिए प्लानिंग करते समय वर्तमान की कीमतों के बारे में अनुमान नहीं लगाना चाहिए, बल्कि भविष्य के इलाज की कीमतों के बारे में सोचना चाहिए. यह आपके हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज को भविष्य के लिए बेहतर बनाता है. पॉलिसी के बीच कोई भी तुलना करने के लिए, आप
हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं, ताकि आपको पता लग जाए कि आपकी कवरेज आवश्यकता के आधार पर आपके लिए क्या सही रहेगा. कुछ अन्य तरीके और भी हैं, जो प्रीमियम पर बचत करने में आपकी मदद कर सकते हैं, वे हैं शुरुआत में ही अपनी आवश्यकता का आकलन करना. इससे आपको अंदाज़ा हो जाएगा कि आपके हेल्थ इंश्योरेंस कवर में क्या शामिल होना चाहिए, जिससे आपको एक ऐसी पॉलिसी खोजने में मदद मिलेगी, जो आपके प्लान के अनुसार आपको सुरक्षा प्रदान करे. अब, आपको ऊपर बताई गई चीज़ों के आधार पर अपना एक बजट बनाने की आवश्यकता है, ताकि हेल्थ इंश्योरेंस आपके लिए एक बोझ न बने, बल्कि आपके इन्वेस्टमेंट के रूप में आपकी मदद करे. इसके लिए आप ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन रूप से उपलब्ध कई पॉलिसी के बीच तुलना कर सकते हैं. अब आप सही बजट के भीतर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ उठाने के कुछ बेहतरीन तरीके जान गए हैं. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य मेडिकल एमरज़ेंसी में फाइनेंशियल ज़रूरतों के समय आपकी मदद करना और आपके फाइनेंशियल लक्ष्यों से बाधाओं को दूर करना है. * स्टैंडर्ड नियम व शर्तें लागू। इंश्योरेंस आग्रह की विषय-वस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियमों और शर्तों के बारे में और जानकारी के लिए, कृपया खरीद पूरी करने से पहले बिक्री ब्रोशर/पॉलिसी वर्णन ध्यान से पढ़ें.
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