विदेश यात्रा की प्लानिंग करते समय अन्य चीज़ों की तरह ही ट्रैवल इंश्योरेंस ज़रूरी चीज़ है. यात्रा करते हुए बहुत से जोखिम हो सकते हैं और इन जोखिमों से खुद को सुरक्षित करने की लागत अपेक्षाकृत बहुत ही कम है. उदाहरण के तौर पर, बदकिस्मती से अगर आपको विदेश में हॉस्पिटलाइज़ होना पड़ता है, तो उसमें बहुत खर्च हो सकता है, लेकिन अगर आपके पास ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान है, तो आपकी पॉलिसी बीमारी के समय फाइनेंशियल रूप से आपको सुरक्षित रखेगी.
मेडिकल खर्चों, मेडिकल इवैक्यूएशन और रिपेट्रिएशन के अलावा, आप ट्रैवल इंश्योरेंस के तहत चेक-इन सामान के खोने, सामान में देरी, पर्सनल एक्सीडेंट, पासपोर्ट खोने, यात्रा में देरी या हाइजैक के मामले में क्लेम कर सकते हैं. वास्तव में, बजाज आलियांज़ विदेशों में गोल्फ टूर्नामेंट के लिए भी कवर देता है. विदेशों में हॉस्पिटल और लोकल सर्विस प्रोवाइडर के बीच तालमेल बैठाना ट्रैवल इंश्योरेंस में क्लेम सेटलमेंट का सबसे अहम पहलू है. ऐसे ही मामलों में इंटरनेशनल असिस्टेंस कंपनियों या भागीदारों का एक बड़ा नेटवर्क काम आता है. बजाज आलियांज़ का 30 से अधिक देशों में असिस्टेंस कंपनियों का नेटवर्क है, जो मेडिकल सहायता, क्लेम प्रोसेस, रिपेट्रिएशन और इवैक्यूएशन और दूसरी सेवाओं को आसान बनाता है. जिन देशों में भागीदार मौजूद नहीं हैं, उनमें बजाज आलियांज़ सीधे हॉस्पिटल और दूसरे सर्विस प्रोवाइडर के साथ तालमेल करता है, ताकि क्लेम संबंधी पूछताछ, (रिपेट्रिएशन और इवैक्यूएशन) अनुरोधों और क्लेम का समाधान किया जा सके.बजाज आलियांज़ के लाभ
बजाज आलियांज़ भारत का एकमात्र प्राइवेट जनरल इंश्योरर है, जिसके पास ट्रैवल क्लेम को संभालने के लिए इन-हाउस टीम है. यह कस्टमर को निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:- इंटरनेशनल टोल-फ्री फोन नंबर और फैक्स नंबर की सुविधा
- 24x7 सहायता
- कस्टमर से सीधा संपर्क और डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता होने पर हॉस्पिटल्स के साथ सीधे संपर्क की सुविधा
- ट्रैवल इंश्योरेंस क्लेम का तेज़ सेटलमेंट
- समस्या का तेज़ी से निवारण और क्लेम स्वीकार करने के लिए तेज़ी से फैसला लेने की क्षमता
- ट्रैवल पॉलिसी क्लेम फाइल करने के लिए, कस्टमर को इंटरनेशनल टोल-फ्री नंबर पर सूचना देनी होती है, यह कॉल भारत में स्थित कॉल सेंटर पर आता है. अगर कस्टमर कॉल करके सूचना नहीं दे सकता, तो क्लेम की सूचना ईमेल के माध्यम से दी जा सकती है.
- क्लेम की सूचना मिलने पर, एक itrack जनरेट होता है और ईमेल के माध्यम से ऑटोमैटिक रूप से क्लेम करने वाले को क्लेम प्रोसेस, आवश्यक डॉक्यूमेंट की जानकारी मिल जाती है, जिसमें क्लेम फॉर्म और अन्य आवश्यक फॉर्म भी शामिल होते हैं. ऐसा ही मेल मेडिकल आवश्यकताओं के मामले में हॉस्पिटल के पास भी जाता है.
- क्लेम टीम की ईमेल आईडी पर भी एक मेल भेजा जाता है, ताकि क्लेम करने वाले की संपर्क जानकारी को सत्यापित किया जा सके.
- नुकसान होते ही इंश्योरर को सूचना दें. इससे सर्विस प्रोवाइडर से आपको आगे के प्रोसेस की जानकारी मिलेगी.
- यह सुनिश्चित करें कि आपने प्रपोज़ल फॉर्म में सही जानकारियां दर्ज की हैं और मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में सभी जानकारियां दी हैं.
- ट्रैवल किट में बताई गई आवश्यकताओं के अनुसार, क्लेम सबमिट करते समय पूरे डॉक्यूमेंट्स प्रदान करें.
- इंश्योरर को अपने एनईएफटी की जानकारी दें, ताकि क्लेम की राशि तेज़ी से और सीधे आपके अकाउंट में आ सके.
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